वेबसाइट या ब्लॉग में सबसे जरूरी काम ट्रैफिक लाना है. अगर ट्रैफिक नहीं आएगी तो उस ब्लॉग का कोई मतलब नहीं. वैसे तो ट्राफिक के चार प्रकार है चलिए मैं आपको चार प्रकार के बारे में जानकारी देता हूं.
Natural Traffic
सबसे पहले आता है ऑर्गेनिक ट्रैफिक. जब कोई भी व्यक्ति गूगल या अन्य चर्च एंजिन पर कुछ कीवर्ड के लिए चर्चा करता है और इसके जरिए आप की वेबसाइट या ब्लॉग तक पहुंचता है तो वह ऑर्गेनिक ट्रेफिक कहलाया जाएगा और हमारी वेबसाइट के लिए ऑर्गेनिक ट्राफिक जरूरी है.
ऑर्गेनिक ट्रैफिक लाना है तो अपनी पोस्ट को गूगल में फर्स्ट पेज पर रैंक करवाना जरूरी है इसके लिए आपको SEO समझ होनी चाहिए
Online networking traffic
अगर आप अपनी पोस्ट या ब्लॉग के लिंक को किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करते हो जैसे कि Facebook Instagram, Twitter, YouTube वहां से कोई आपकी लिंक पर क्लिक करके आता है तो वह सोशल मीडिया ट्रैफिक कहां लाया जाएगा.
इस तरह की ट्रैफिक लाने के लिए आपको सोशल मीडिया पर एक्टिव रहना पड़ता है और आप के फॉलोअर्स बढ़ाने पड़ते हैं.
Referral Traffic
जब आपकी साइट या ब्लॉग को कोई साइट रेफर करती है यानी कि आप जो बैकलिंक बनाता है वहां से अगर आपको ट्रैफिक आए या किसी दूसरी साइड की पोस्ट में या आर्टिकल में अपनी साइट या पोस्ट की लिंक को जोड़ा गया है और वहां से अगर कोई क्लिक करके आपकी साइट पर आता है तो वहां रेफरल ट्रैफिक कहलाता है.
Direct Traffic
अगर आप किसी को अपनी वेबसाइट या ब्लॉग की डायरेक्ट लिंक प्रदान करते हैं या कोई भी लोग सीधा ब्राउज़र में जाकर आपके लिंक पेस्ट करके आपकी वेबसाइट पर आता है तो वह डायरेक्ट ट्रैफिक कहलाया जाएगा.
आजकल कुछ ऐसी वेबसाइट है जो टूल्स के जरिए आपकी वेबसाइट पर पैसे लेकर ट्रैफिक भेजती है ऑनलाइन कहीं ऐसी वेबसाइट आपको मिल जाती है जो पैसा के हिसाब से आपके वेबसाइट या पोस्ट पर ट्रैफिक भेज सकती है.
Natural Traffic
सबसे पहले आता है ऑर्गेनिक ट्रैफिक. जब कोई भी व्यक्ति गूगल या अन्य चर्च एंजिन पर कुछ कीवर्ड के लिए चर्चा करता है और इसके जरिए आप की वेबसाइट या ब्लॉग तक पहुंचता है तो वह ऑर्गेनिक ट्रेफिक कहलाया जाएगा और हमारी वेबसाइट के लिए ऑर्गेनिक ट्राफिक जरूरी है.
ऑर्गेनिक ट्रैफिक लाना है तो अपनी पोस्ट को गूगल में फर्स्ट पेज पर रैंक करवाना जरूरी है इसके लिए आपको SEO समझ होनी चाहिए
Online networking traffic
अगर आप अपनी पोस्ट या ब्लॉग के लिंक को किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करते हो जैसे कि Facebook Instagram, Twitter, YouTube वहां से कोई आपकी लिंक पर क्लिक करके आता है तो वह सोशल मीडिया ट्रैफिक कहां लाया जाएगा.
इस तरह की ट्रैफिक लाने के लिए आपको सोशल मीडिया पर एक्टिव रहना पड़ता है और आप के फॉलोअर्स बढ़ाने पड़ते हैं.
Referral Traffic
जब आपकी साइट या ब्लॉग को कोई साइट रेफर करती है यानी कि आप जो बैकलिंक बनाता है वहां से अगर आपको ट्रैफिक आए या किसी दूसरी साइड की पोस्ट में या आर्टिकल में अपनी साइट या पोस्ट की लिंक को जोड़ा गया है और वहां से अगर कोई क्लिक करके आपकी साइट पर आता है तो वहां रेफरल ट्रैफिक कहलाता है.
Direct Traffic
अगर आप किसी को अपनी वेबसाइट या ब्लॉग की डायरेक्ट लिंक प्रदान करते हैं या कोई भी लोग सीधा ब्राउज़र में जाकर आपके लिंक पेस्ट करके आपकी वेबसाइट पर आता है तो वह डायरेक्ट ट्रैफिक कहलाया जाएगा.
आजकल कुछ ऐसी वेबसाइट है जो टूल्स के जरिए आपकी वेबसाइट पर पैसे लेकर ट्रैफिक भेजती है ऑनलाइन कहीं ऐसी वेबसाइट आपको मिल जाती है जो पैसा के हिसाब से आपके वेबसाइट या पोस्ट पर ट्रैफिक भेज सकती है.
2 Comments
woww gud information blog traffic
ReplyDeleteSuprb
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